श्रीगंगानगर से राकेश मितवा की खबर।                

तीन कृषि कानूनों के विरोध में संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा आयोजित भारत बंद का  क्षेत्र में काफी असर नजर आ रहा है। शहर के सभी प्रमुख मार्गो पर किसानों ने धरना प्रदर्शन कर रास्ते को रोक रखा है । बंद के तहत सड़कों पर हर प्रकार के वाहन रोके जा रहे हैं, वही दूध सब्जी यूनियन ने भी दूध सप्लाई नहीं करने की बात कही है। इधर नई धान मंडी में भी किसी भी प्रकार की बोली नहीं हुई। शहर के मुख्य बाजार के प्रतिष्ठान बंद है । शहर में प्रवेश के प्रमुख मार्ग बंद रहे।12 घंटे के बंद को लेकर आम जनों को काफी परेशानी हो रही है । ग्रामीण क्षेत्रों में नियुक्त कर्मचारियों को सबसे ज्यादा परेशानी है। प्रशासन के किसी भी प्रकार के पूर्व आदेश नहीं होने के चलते इन कर्मचारियों को शहर से बाहर निकलने के मार्गों पर किसानों के विरोध का सामना करना पड़ रहा है । 



कृषि प्रधान जिला होने के चलते किसानों से संबंधित तीन कृषि बिलों का अन्य जिलों के मुकाबले यहां विरोध ज्यादा ही नजर आ रहा है । सीटू संगठन के साथ-साथ कांग्रेस पार्टी के पदाधिकारी भी इस व्यापक बंद में शरीक हो रहे हैं। बंद में संयुक्त व्यापार मंडल, ट्रेडर्स एसोसिएशन, मजदूर संगठनों, टेंपो यूनियन ,एवं व्यापारिक संगठनों ने भी समर्थन दिया है।    


 इधर रोडवेज अधिकारियों को भारत बंद के दौरान संचालन ठप्प पर रखने के निर्देश नहीं मिले हैं । हालांकि किसान संगठनों ने बताया है कि बंद के दौरान परीक्षा देने के लिए जाने वाले विद्यार्थियों ,शादी समारोहों के वाहनों, एंबुलेंस बीमार व्यक्तियों, सेना व पुलिस वाहनों को नहीं रोका जाएगा। इधर, सरकारी कर्मचारियों को आईडी दिखाने के बावजूद भी परेशान होना पड़ रहा है।