ऐसे तो पुलिस महकमे और अपराध का चोली दामन का साथ है, लेकिन बात करें हम सामाजिक अपराध की तो बड़े बड़े अपराधियों से आपाधापी करने वाली पुलिस भी कई बार चक्कर घिन्नी हो जाती है। चोरी हो डकैती हो या फिर बात हो लूटमार की। पुलिस के पास ऐसे अपराधियों के पूरे बायोडाटा मौजूद रहते हैं जिनसे अपराधियों के शिकंजे कसे जा सकते हैं? लेकिन हम यहां बात कर रहे हैं ऐसे अपराध की जहां पुलिस महकमे को भी माथापच्ची और सिर फुटव्वल जैसी कहावतों से दो-चार होना पड़ता है। 


प्रदेश में हाल ही के दौरान दो ऐसे अपराध उजागर हुए जिनसे जनता में डर और खौफ का माहौल व्याप्त हो गया। दरअसल हुआ यूं कि अस्पताल में बच्चा पैदा होने के बाद नाक के नीचे से गायब कर दिया गया। गायब और वह भी ठीक अस्पताल की चाक-चौबंद व्यवस्था को धता बताते हुए। नवजात गायब हुआ पुलिस में रिपोर्ट हुई। परिजन भी बेहाल रहे और यह खबर मीडिया की सुर्खियों में आ गई। नतीजा यह कि सोया पड़ा पुलिस महकमा अचानक जागा कार्यवाही शुरू हुई और उसके बाद परिणाम भी सामने आए। देखिए डूंगरपुर से हमारे विशेष संवाददाता की एक रिपोर्ट! डूंगरपुर महिला एवं शिशु राजकीय अस्पताल में नवजात चोरी होने के मामले का पुलिस ने खुलासा कर दिया है |

 


पुलिस ने तलैया गाँव से नवजात को दस्तयाब कर मास्टर माइंड महिला व उसकी माँ को गिरफ्तार किया है | डूंगरपुर एसपी सुधीर जोशी ने बताया कि कल अस्पताल से नवजात के चोरी होने के बाद  पुलिस की 10 टीम बनाई गई थी | जिसके बाद टीमो ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर जांच शुरू की और मामले में पुलिस की स्पेशल टीम ने तलैया गाँव से नवजात को दस्तयाब कर मास्टर माइंड महिला नीरू गमेती और उसकी माँ रमिला को गिरफ्तार किया | 

एसपी सुधीर जोशी ने बताया कि आरोपी महिला नीरू की शादी साल 2013 में हुई थी और सन्तान नही होने के चलते अस्पताल से नवजात को चुराया था | मामले में महिला के साथ नवजात का  अपहरण के करने वाले भाई योगेश और उसके पति दिनेश की सरगर्मी से तलाश की जा रही है । वही, पुलिस जांच में यह भी आया है आरोपी महिला दो बार पहले भी बच्चा चुराने का प्रयास कर चुकी है। इधर पुलिस ने नवजात को सुरक्षित जिला अस्पताल में भर्ती करवाया है |  बच्चे के स्वास्थ्य पर डॉक्टर निगरानी बनाए हुए है और उसकी ताबियत फिलहाल स्थिर है।डूंगरपुर से महेश्वर चौबीसा की रिपोर्ट ।