भरतपुर से राजेंद्र जत्ती शर्मा की रिपोर्ट,


भरतपुर जिला कलक्टर नथमल डिडेल ने कहा कि राज्य सरकार सदैव ही छोटे कामगारों एवं दस्तकारों के प्रति संवेदनशील एवं हितैषी रही है। इसआधुनिक दौर में इनकी कलाओ के संरक्षण का प्रयास कर रही है।जिला कलक्टर डिडेल शनिवार को केन्द्रीय हथकरघा वस्त्र मंत्रालय जिला प्रशासन, उद्यम प्रोत्साहान संस्थान एवं जिला उद्योग केन्द्र के संयुक्त तत्वावधान में भरतपुर संभाग मुख्यालय स्थित ग्रामीण हाट परिसर में 14 से 27 मार्च तक आयोजित स्पेशल हैण्डलूम एक्सपो 2021 के समापन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में सम्बोधित करते हुए कहा कि कोरोना काल की लाॅकडाउन अवधि में श्रमिकों एवं दस्तकारों ने बेरोजगारी का आलम देखा है। इसलिए सरकार द्वारा मेलों के माध्यम से इनके उत्पादों का प्रदर्शन कर विक्रय के लिए प्लेटफार्म उपलब्ध करा रही है। 


साथ ही सस्ते कामदर पर ऋण उपलब्ध कराने एवं हथकरघा श्रमिकों को परिचय पत्र कार्ड के जरिये उनकी नई पहचान भी स्थापित कर रही है। उन्होंने मेले में आये व्यापारियों को होली की शुभकांमना देते हुए कहा कि होली बृज के प्रमुख त्यौहारों में से एक है इसका विशेष महत्व होने के कारण इससे सदभाव, भाईचारा, प्रेम एवं सौहार्द बढता है।जिला कलक्टर ने व्यापारियों एवं भरतपुरवासियों से अपील की कि वे कोरोना की दूसरी लहर पर विजय प्राप्त करने के लिये कोविड-19 चिकित्सकीय गाईडलाइन की कडाई से पालना करें तथा राज्य सरकार द्वारा 1 अपे्रल से 45 वर्ष आयुवर्ग के लोगों को कोविड-19 का टीकाकरण अभियान के रूप में वारी आने पर एवं आसपास के सभी पात्र लोगों के टीकाकरण कराया जाना सुनिश्चित कर अपनी भागीदारी का निर्वहन करें।

समारोह में चैम्बर आॅफ काॅमर्स के संभागीय अध्यक्ष के.के अग्रवाल ने कहा कि व्यापारियों, दस्तकारों एवं शिल्पकारों को प्रोत्साहित कर कलाओं के संरक्षण करने में मेलों के आयोजन में विशेष महत्व है। ऐसे मेलों का आयोजन निरन्तरता में किया जाना चाहिये जिससे शिल्पकारों एवं दस्तकारों को अपने कलात्मक उत्पादों का प्रदर्शन कर विक्रय का मौका मिल सके। समारोह में जिला उद्योग केन्द्र के महाप्रबन्धक बीएल मीना ने बताया कि राज्य के सातों संभाग मुख्यालयों पर स्पेशल हैण्डलूम एक्सपो-2021 का आयोजन कर हैन्डलूम निर्माण से जुडे कार्मिकों, कामगारों, बुनकरों एवं दस्तकारों को प्रोत्साहित किया जाना है। इसी क्रम में भरतपुर संभाग मुख्यालय पर 14 मार्च से 27 मार्च तक इस मेले का आयोजन किया गया जिसमें लगभग 30 से अधिक हथकरघा समितियों, कामगारों एवं संस्थाओं ने अपने स्टाॅल लगाये इसमें हस्त निर्मित उत्कृष्ट उत्पादों में झालावाड के असनावर हैन्डलूम उत्पाद, बाडमेर के मलानी के पट्टू, दौसा के पंजा दरी, जयपुर के कुर्ते, टोंक की दरियां, फतेहपुर सीकरी की काॅटन शर्ट के साथ ही दर्शकों का सम्मान बढाने के लिये खुर्जा की क्राकरी, सहारनपुर क फर्नीचर बहनेरा की चीनी मिट्टी पोटरी एवं बरसो का मार्बल के कलात्मक मंदिर एवं अन्य सामग्री की स्टाले भी लगाई गई। उन्होंने बताया कि व्यापारियों को राज्य सरकार की ओर से आने जाने व उत्पादों को लाने के लिये भत्ता दिया गया साथ ही निशुल्क स्टाॅलों मय विद्युत स्टाॅलों का आवंटन किया गया तथा 26 मार्च तक मेले में व्यापारियों द्वारा 7 लाख रूपये के उत्पादों का विक्रय किया गया। समारोह का संचालन पूर्व डीआईओ वीरेन्द्र सिंह द्वारा किया गया।समारोह में बृज उद्योग संघ के अध्यक्ष राधेश्याम सिमको के प्रबंधक जगवीर सिंह, डीआईओ कृष्णकांत पांडे, सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक आशीष सहित बडी संख्या में व्यापारियों एवं गणमान्य नागरिकों ने भाग लिया।