करौली से अवनीश पाराशर


बजरी से भरे ट्रैक्टर चालक की मौत को 3 दिन हो जाने के बाद भी मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है दिन में पूर्व कैबिनेट मंत्री व क्षेत्रीय विधायक रमेश मीणा के द्वारा ग्रामीणों से समझाइश की गई लेकिन ग्रामीणों और पूर्व कैबिनेट मंत्री के बीच में किसी प्रकार की सहमति नहीं बन पाई।शाम को राज्यसभा सांसद डॉ किरोड़ी लाल मीणा दिल्ली से चलकर घटनास्थल पर पहुंचे और घटनास्थल पर ग्रामीणों का नेतृत्व कर रहे कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला के पुत्र विजय बैंसला पूरे से घटनाक्रम की जानकारी लेने के बाद ग्रामीणों को संबोधित करते हुए डॉ किरोड़ी लाल मीणा ने ग्रामीणों को आश्वासन देते हुए पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के लिए ग्रामीणों द्वारा रखी गई प्रमुख मांगों को मानने के लिए राज सभा सांसद डॉक्टर किरोड़ी लाल मीणा शवको लेकर करौली कलेक्ट्रेट पहुंच गए जहां पर जिला कलेक्टर एसपी द्वारा वार्ता का न्यौता देने का बाद करीब 40 मिनट तक वार्ता चली लेकिन कुछ मांगों पर तो सहमति बन गई। कुछ मांगों पर सहमति नहीं बन पाई जिसके बाद डॉक्टर किरोड़ी लाल मीणा वापस से धरने पर बैठ गए। इस दौरान डॉ किरोड़ी लाल मीणा के साथ गुर्जर नेता विजय बैंसला सहित अन्य लोग मौजूद रहे।


यह है मांगे

राजसभा सांसद डॉक्टर किरोड़ी लाल मीणा ने बताया कि ग्रामीण और परिजनों से वार्ता करने के बाद 50 लाख रुपये मृतक के परिजनों को आर्थिक सहायता देने, मृतका की पत्नी को सरकारी नौकरी देने, दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ धारा 302 में मुकदमा दर्ज करने और बच्चों की पढ़ाई का सरकार द्वारा जिम्मा उठाने की मांग की गई है। जिनमें से कुछ मांगों पर तो सहमति बन गई है लेकिन कुछ मांगों पर सहमति नहीं बन पाई इसके लिए शुक्रवार 11:00 बजे फिर से कलेक्टर एसपी से वार्ता होगी।

खाट बिछाकर धरना स्थल पर बैठे डॉ किरोड़ी लाल मीणा।

कलेक्ट्रेट के सामने बीच सड़क पर ही ग्रामीण और परिजन शव को लेकर धरने पर बैठ गए हैं। वहीं सांसद डॉक्टर किरोड़ी लाल मीणा पास में ही खाट पर बैठकर धरने में बैठे हुए हैं। डॉक्टर किरोड़ी लाल मीणा का कहना है कि जब तक मांगे पूरी नहीं होंगी तब तक धरना जारी रहेगा। 

मौके पर भारी पुलिस जाप्ता तैनात,

ग्रामीणों के कलेक्ट्रेट के सामने धरने पर बैठ जाने के बाद कानून एवं शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए भारी संख्या में पुलिस जाब्ता तैनात किया गया है। वहीं पुलिस अधीक्षक मृदुल कच्छावा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रकाश चंद, कोतवाली थाना अधिकारी रामेश्वर दयाल, यातायात प्रभारी टिनू सोनवाल सहित पुलिस के अधिकारी मौके पर निगरानी बनाए हुए हैं।

ये हैं घटनाक्रम

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार ट्रैक्टर चालक विजय सिंह गुर्जर बजरी भरकर आ रहा था तभी मंडरायल पुलिस ने खान की चौकी से पीछा करके पत्थर मारे और ट्रैक्टर रोकने का प्रयास किया जैसे ही ट्रैक्टर की गति धीरे हुई तो पुलिस कर्मी पीछे से टैक्टर में चढ़ गए और लाठियों से मारपीट करते हुए विजय सिंह गुर्जर को घायल कर दिया जिसके कारण विजय सिंह गुर्जर की ट्रैक्टर से घायल अवस्था में गिरने से मौके पर ही मौत हो गई।मौत के बाद फिलहाल मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है।