भरतपुर से राजेंद्र शर्मा की रिपोर्ट,
भरतपुर जिले के जुरहरा थाना क्षेत्र के गांव सोनोखर निवासी दो सगे भाइयों को अपने गुटखा खाने की लत को छुड़ाने के लिए एक नीम हकीम से दवाई लेना उस समय भारी पड़ गया जब बुधवार की सुबह दवाई लेने से जहां एक भाई की मृत्यु हो गई व दूसरा भाई पलवल के एक निजी अस्पताल की आईसीयू में जीवन और मृत्यु से संघर्ष कर रहा है। वहीं मृतक के शव को जुरहरा के सरकारी अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया गया है।मिली जानकारी के अनुसार उपतहसील के गांव सोनोखर निवासी दो सगे भाई इंद्रजीत उम्र करीब 30 साल व बेनीप्रसाद उम्र करीब 25 साल बुधवार को गांव चानीया निवासी नीम-हकीम से गुटखा छोड़ने की दवा लेकर आए थे।
उक्त दवा की पुड़ियों को दोनों भाइयों ने बुधवार की सुबह करीब 9:00 बजे लिया जिसके बाद दोनों भाइयों को खूनी उल्टी, दस्त व घबराहट की शिकायत हुई तो परिजन दोनों भाइयों को कस्बे के राजकीय किरोड़ीलाल स्वर्णकार अस्पताल में लेकर आए जहां चिकित्साकर्मियों ने दोनों भाइयों की हालत गंभीर होने पर उन्हें रेफर कर दिया। जिनको परिजन हरियाणा के पलवल में इलाज के लिए ले गए लेकिन बड़े भाई इंद्रजीत ने अस्पताल ले जाते समय रास्ते में ही दम तोड़ दिया। वहीं छोटे भाई बेनीप्रसाद का पलवल के एक अस्पताल में इलाज चल रहा है। वहीं मृतक इंद्रजीत के भाई लोकेश कुमार शर्मा पुत्र स्वर्गीय श्यामलाल शर्मा जाति ब्राह्मण निवासी ग्राम सोनोखर थाना जुरहरा ने उक्त मामले में नामजद नीम-हकीम के खिलाफ स्थानीय थाने में शिकायत दी है।
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