जालौर से सुरेश धवल की खबर।
जालोर जिले के दांतवाड़ा गांव में एक साथ पांच बच्चों की अर्थी उठते ही पूरा गांव सिसक उठा। पांचों बच्चों गांव में गमगीन माहौल में अंतिम संस्कार किया गया। हादसे के बाद पूरे गांव में किसी के घरों में चूल्हे तक नहीं जले। बड़ी संख्या में लोगों ने मासूमों की अर्थी को कंधा दिया।
इसके बाद सभी को आसपास ही दफनाया गया। एक साथ पांचों मासूमों की अर्थी देखकर हर किसी की आंख नम थी। साथ ही हादसे काे लेकर ग्रामीणों के चेहरों पर क्रोध भी था। पहले तीन अर्थी एक साथ दांतवाड़ा निवासी सगे भाई-बहन विक्रम व वीणा पुत्री वचनाराम देवासी एवं सुरेश पुत्र बेचराराम की अर्थी श्मशान घाट तक लाई गई। उसके बाद रमीला पुत्री जामताराम एवं वर्षा कुमारी पुत्री रतनाराम देवासी की अर्थी परिजन लेकर पहुंचे। इसके बाद इन सभी काे इन्हीं की स्कूल के पास स्थित श्मशान घाट में अंतिम संस्कार किया गया। गौरतलब है कि इनोवा कार की टक्कर से दांतवाड़ा विद्यालय से छुट्टी होने के बाद घर जा रहे दांतवाड़ा निवासी रमीला पुत्री जामताराम देवासी वर्षा कुमारी पुत्री रतनाराम देवासी सुरेश कुमार पुत्र बेचराराम देवासी विक्रम कुमार पुत्र वचनाराम देवासी एवं वीणा कुमारी पुत्री वचनाराम देवासी की मौत हो गई थी। इधर पकड़े गए एक आरोपी को जेल भेज दिया गया है जबकि दूसरे की तलाश की जा रही है। 5 बच्चों की माैत काे लेकर गुरुवार को भी माहौल गमगीन रहा। हमेशा की तरह विद्यालय जरूर खुले लेकिन विद्यार्थियों समेत शिक्षकों के चेहरों पर बच्चों की माैत का गम था। करड़ा व दांतवाड़ा समेत आसपास के सरकारी विद्यालयों में दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी। दांतवाड़ा विद्यालय में पूर्व उप मुख्य सचेतक रतन देवासी की मौजूदगी में मौन रखा गया। इसके बाद विद्यार्थियों की छुट्टी कर दी गई।
घायल कमला का उपचार जारी
हादसे में घायल कमला का सांचौर शहर के निजी अस्पताल में उपचार जारी हैं। उसके स्वास्थ्य में लगातार सुधार भी हो रहा। सांसद देवजी एम पटेल ने घायल बालिका के स्वास्थ्य की जानकारी लेने के लिए निजी अस्पताल पहुंचे। परिजनों से भी मुलाकात की। उपचार कर रहे डॉ.नरसीराम देवासी ने बताया कि बच्ची के स्वास्थ्य में सुधार हो रहा है।
7 साल पहले पिता का निधन मां मनरेगा में मजदूरी कर बेटे और बेटी को पढ़ा रही थी
हादसे में मृतक सुरेश कुमार की मौत हो गई, जबकि बहन कमला का सांचौर के निजी अस्पताल में उपचार चल रहा है। सुरेश के पिता का सात साल पहले निधन हो गया। उसकी मां मनरेगा में मजदूरी के साथ-साथ सरकार से मिलने वाले पालनहार के पैसों से घर का खर्चा चलाने के साथ-साथ इनकी पढ़ाई का खर्चा उठा रही थी। सुरेश की माैत की खबर मिलने के बाद से वह बेसुध है। वहीं, हादसे में मृतक विक्रम भी चार बहनों का इकलौता भाई था। उसकी एक बहन वीणा की मौत हो गई ऐसे में अब परिवार में केवल तीन बहनें बची हैं।
देवासी ने दी सांत्वना, वनमंत्री आज आएंगे
पूर्व उप मुख्य सचेतक रतन देवासी ने घटना स्थल पर पहुंच कर दुर्घटना के बारे में जानकारी ली। इसके बाद मृतकों के घर पहुंचकर परिवारजनों को सांत्वना दी। थानाधिकारी अवधेश सांदू को क्षेत्र में अवैध रूप से संचालित हो रही शराब की ब्रांचों व स्मैक पर नकेल कसने के निर्देश दिए। वहीं, राज्य के वन एवं पर्यावरण मंत्री सुखराम विश्नोई शुक्रवार को बच्चों के परिजनों से मुलाकात करेंगे।
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