करौली से अवनीश पाराशर


उत्तर भारत के प्रसिद्ध मेलो में शुमार करौली जिले के आस्थाधाम कैलादेवी मेले पर फिर एक बार कोरोना का ग्रहण लग गया है। लगातार बढ़ते कोरोना पॉजिटिव केसों के कारण जिला प्रशासन ने मेला निरस्त करने के शुक्रवार को आदेश जारी कर दिए हैं। मेला निरस्त होने से साल भर मेले से अपने जीवन का गुजर-बसर करने वाले सैकडो दुकानदारों को मायूसी का सामना करना पड़ा है।


जिला मजिस्ट्रेट एवं कलक्टर सिद्धार्थ सिहाग ने बताया कि आस्था धाम कैलादेवीजी का प्रसिद्ध सत्रह दिवसीय चैत्र नवरात्रा मेला पूर्व की भांति प्रतिवर्ष आयोजित किया जाता रहा है। इस वर्ष भी 2021 में 8 से 24 अप्रेल तक मेला निर्धारित है, इस संबंध में मैनेजर, ट्रस्ट कैलादेवी ने अवगत कराया कि मेला अवधि के दौरान प्रतिदिन लगभग 60-70 हजार दर्शनार्थी दर्शन करने आते है।जबकि अमावस्या, दुर्गाष्टमी, रामनवमी एवं रविवार के अवसर पर दर्शनार्थियों की संख्या लगभग 1 लाख से 1.5 लाख तक होना सम्भावित है। जिसके कारण भारत सरकार  व राज्य सरकार द्वारा कोविड-19 के संबंध में जारी गाईडलाईन यथा सोशल डिस्टेंसिंग, सेनेटाईजेशन को ध्यान मे रखते हुए उक्त मेले का आयोजन किया जाना व्यावहारिक नहीं है। साथ ही यह भी अवगत कराया गया है कि उक्त मेले के आयोजन के दौरान प्रशासनिक व्यवस्थाऐं भी की जाती है तो भी उक्त मेले का आयोजन किया जाना संभव नहीं है।जिला मजिस्ट्रेट ने बताया कि राजस्थान सरकार के निर्देशों की पालना में संक्रमण की रोकथाम एवं इन्ही उद्देश्यों की प्राप्ति हेतु धार्मिक मेलों के आयोजन के संबंध मे दिशा निर्देश प्रदान किये गये है। ऐसी परिस्थिति में जिला प्रशासन द्वारा यह निर्णय लिया गया है कि मैनेजर, मंदिर ट्रस्ट, श्रीकैलादेवी की अभिशंषा अनुसार मेले का आयोजन नहीं किया जावेगा।उन्होंने बताया कि राज्य सरकार द्वारा कोविड-19 के संबंध में जारी नवीनतम गाईडलाईन अनुसार बाहरी राज्य जिले से आने वाले यात्रियों के लिए आरटी-पीसीआर नेगेटिव रिपोर्ट अनिवार्य होगी एवं उक्त गाईडलाईन यथा सोशल डिस्टेंसिंग मास्क पहनना सेनेटाईजर इत्यादि की पालना नहीं करने वाले यात्रियों आमजन के साथ जिला प्रशासन के द्वारा भी सख्त कार्यवाही अमल मे लायी जावेगी। 


धार्मिक स्थलो पर आयोजित होने वाले उत्सवों, त्यौहारों, मेलों आदि के संबंध में मुख्यमंत्री महोदय अशोक गहलोत ने अपील की है कि प्रबंध समितियां ऑनलाईन दर्शन की व्यवस्था कराऐं। आमजन भी परिवार सहित स्वयं के घर में दर्शन करें। उक्त परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए जनजीवन को बचाने के उद्देश्य से एवं मैनेजर, ट्रस्ट कैलादेवी द्वारा उक्त अवधि के दौरान मेले का आयोजन नही किये जाने की अभिशंषा को ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन द्वारा सर्वसम्मति से मेले का आयोजन नही करने का निर्णय लिया गया है। उन्होंने बताया कि आमजन के जीवन एवं लोकस्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन द्वारा यह अपील की जाती है कि प्रबंधक, श्री कैलादेवी मंदिर ट्रस्ट, करौली, राजस्थान द्वारा प्रस्तुत पत्र अनुसार कोविड-19 गाईडलाईन की पालनार्थ करौली जिले में माह चैत्र वर्ष 2021 में चैत्र नवरात्रा मेले का आयोजन नहीं किया जा रहा है। जिला कलक्टर ने बताया कि   इस संबंध में अन्य राज्यों के समस्त मुख्य सचिव, जिला प्रशासन, जिला कलक्टर, एवं जिला मजिस्ट्रेट, ट्रस्ट द्वारा प्रस्तुत पत्र के अनुसार कोरोना गाइडलाईन को ध्यान रखते हुए कैलादेवी मेला आयोजन नहीं किये जाने के संबंध में स्थानीय आमजन को करौली रवाना नहीं होने के संबंध में अधिक से अधिक जागरूक करे, जिससे कोरोना संक्रमण के प्रसार की रोकथाम हो सके। इस संबंध में जिला मजिस्ट्रेट ने पुलिस अधीक्षक करौली, मुख्य कार्यकारी करौली, जिले के समस्त उपखंड अधिकारियों को आदेश की पालना के निर्देश जारी कर दिये गये है।