Super Exclusive प्रधान संपादक प्रवीण दत्ता की कलम से। 

 असल बात।  सभी तस्वीरें ध्यान से देखिये। 
सचिन पायलट और गजेंद्र सिंह शेखावत उदयपुर एयरपोर्ट पर गले मिले। संस्कृत में एक जगह उल्लेख है अरि अरि - मित्र। सरल शब्दों में दुश्मन का दुश्मन दोस्त होता है। बाकी राजकाज के दर्शक और पाठक समझदार हैं।

 
ये हैं सचिन पायलट प्रदेश प्रभारी अजय माकन के साथ।  मतलब पार्टी आला कमान द्वारा नियुक्त प्रदेश प्रभारी के साथ। मतलब यथा योग्य मायने डेकोरम।  

और ये बैठा है एयरपोर्ट के VVIP लाउन्ज में भाजपा का टोला।  दोनों पार्टी के टोले अपनी अपनी फ्लाइट के इंतज़ार में हैं। जोधपुर के सांसद केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत आपको दिख ही रहें हैं। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के मुखर आलोचक और राजस्थान में भाजपा की ओर से वक़्त से पहले कांग्रेस सरकार गिरने पर पद के मोदी - शाह के तिलकधारी।  

अब सोचिये क्या सचिन पायलट राहुल गाँधी से ही बग़ावत के मूड में हैं ? आप ही सोचिये किस परिस्तिथिति में अकेले मोदी सरकार से जूझ रहे राहुल, शेखावत से गले मिलने की स्वीकृति देंगे ? मत भूलियेगा वे खुद प्रधान मंत्री मोदी को सदन में गले लगा चुके हैं।  तो क्या सचिन पायलट हैं सच्चे राहुल गाँधी समर्थक ? याद रखिये राहुल ही बनेंगे अगले पार्टी अध्यक्ष।  यह घटना अजय माकन के सामने हुई या नहीं अभी मुझे स्पष्ट नहीं है लेकिन कैमरे के सामने हुई।  मतलब हमारे और आपको दिखाने के लिए हुई।  यानि गहलोत साहब ने भी देख ली होगी।  वैसे देख तो वसुंधरा जी ने भी ली।  जय जय राजस्थान।  जाने क्या दिख जाए ?