आपको याद है ना। दिल्ली मे क्या बात हुई थी। अब आप आए हो तो कुछ इशारा भी कर जाना। जे पी नड्डा का स्वागत करती वसुंधरा राजे शायद ऐसा ही कुछ इशारा कर रही है।


नड्डा के निर्देशानुसार खुद को 'रिलेवेंट'  बनाने की प्रक्रिया में पूनिया।


राजनीति में कभी कभी अनचाहा भी हजम करना पड़ता है।