विशेष संवाददाता अवनीश पाराशर की रिपोर्ट,


जयपुर के वैशाली नगर में डॉक्टर सुनील सोनी के घर पिछले महासुरंग बनाकर चांदी चोरी मामले में एसओजी ने एक व्यापारी से जबरन चांदी जप्त कर उसे 40 लाख का कर्जदार बना दिया है।बाजार से खरीदवाकर 56 किलो चांदी जप्त कर ली है। जबकि उसने न चोरी की और नाही चांदी खरीदी-और ना बेची? वह चांदी गलाने का काम करता है चोरी के मामले में फरार चल रहा है शेखर के एजेंट ने उससे बैंक मोहर  वाली चांदी की सिल्ली एक्सचेंज कराई थी। बैंक मोहर वाली सिल्ली के बदले हाथो हाथ रिफाइन की हुई चांदी एक्सचेंज कराने में ही उसे फंसा दिया। एसओजी ने उस पर दबाव बनाया जान छुड़ाने के लिए उसने 40 लाख रुपए उधार लिए। बाजार से 56.054 किलोग्राम चांदी खरीदी।और एसओजी को जप्त करवाई। हालांकि एसओजी थाने में भी इस व्यापारी ने भी शेखर अग्रवाल और उसके भांजे एजेंट वीरेंद्र के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज करवा दिया है। एसओजी ने उसे तुरंत आश्वासन दिया है कि अगर तुम्हारी गलती नहीं है तो चांदी रिलीज हो जाएगी।


15 हजार में अदला बदली,

उधार रकम लेकर चांदी खरीद कर पुलिस की जांच का पेटा भरने वाला व्यापारी देवेंद्र अग्रवाल मंगला मार्ग ब्रह्मपुरी आमेर रोड का रहने वाला है। वह चांदी की बुलियन और गलाने का काम करता है। चांदी चोरी के आरोप में फरार चल रहे एनजे बुलियन के शेखर अग्रवाल के एजेंट मेहंदी का चौक निवासी वीरेंद्र गुप्ता को एसओजी ने पूछताछ के लिए बुलाया था। उसने बताया कि चोरी की चांदी की वो सिल्ली उसने देवेंद्र से एक्सचेंज कराई थी।एसओजी ने देवेंद्र पर जितनी चांदी एक्सचेंज की थी उसको जप्त करने का दबाव बनाया। देवेंद्र ने कहा कि मैंने तो चांदी एक्सचेंज करने के बदले में उतनी ही चांदी देवेंद्र को देने के लिए बाजार से चांदी ली थी। बाद में बैंक वाली सिल्ली को गलवाकर बाजार में लौटा दी। ऐसे में मेरे पास चांदी नहीं है। एसओजी ने दबाव बनाया तो मजबूरन देवेंद्र ने करीब 40 लाख रुपए उधार लेकर बाजार से 56.054 किलोग्राम चांदी खरीदकर एसओजी को दी. जिसे एसओजी ने चोरी की चांदी मानकर जप्त किया। जबकि देवेंद्र को तो चांदी गलाने और उल्टा पलटी के बदले सिर्फ 15 हजार रुपये मजदूरी मिली थी। बतादे कि 26 फरवरी को वैशाली नगर के डी ब्लॉक निवासी सुनील सोनी के घर सुरंग बनाकर 540 किलो चांदी चोरी हो गई थी। पुलिस जांच में पता लगा कि चांदी एंजी बुलियन नाम से सोने चांदी का कारोबार करने वाले शेखर अग्रवाल ने बगल का प्लॉट खरीद कर उसमें से सुरंग बनाकर चुराई थी। फिर उसे यहां वहां बेच कर फरार हो गया।


चार अन्य आरोपियों ने भी कराई एसओजी में एफ आई आर दर्ज,

देवेंद्र के अलावा जाट के कुए का रास्ता में धनंजय कॉर्पोरेशन, सन्नी प्लाजा के मालिक अंशुल सोनी ने भी 56 किलो 495 ग्राम चांदी जप्त कराई है। गोपालजी का रास्ता निवासी अंशुल ने शेखर से 12 फरवरी से 18 फरवरी के बीच कुल 122.649 किलोग्राम चांदी खरीदी थी। काफी उसने मार्केट में भी बेचदी। जितनी बची एसओजी ने जप्त कर ली। इसके बदले बैंक के अकाउंट से एक नंबर में पेमेंट किया था। तीसरी और चौथी एफआईआर जमनापुरी मुरलीपुरा निवासी भंवरलाल कपूरिया और उनकी पत्नी शरबती कपूरिया ने कराई है। उनकी फर्म सरिता सिल्वर पैलेस के नाम से बिल दलाल वीरेंद्र गुप्ता के मार्फत 51 लाख रुपए आरटीजीएस कर 73 किलो चांदी खरीदी थी। उसमें से बची हुई 55.65 ग्राम चांदी एसओजी ने जप्त कर ली। सरबती देवी के नाम से दूसरी फर्म सरिता आर्ट एंड क्राफ्ट से भी 33 किलो चांदी जब तक की गई है।


मुख्य आरोपी लापता डॉक्टर से भी चांदी दूर,

दूसरी तरफ एसओजी इस मामले में फरार शेखर अग्रवाल को भी नहीं ढूंढ पाई है। वह अपने भांजे जतिन के साथ लापता है। जो चांदी जप्त हो गई है वह चांदी भी अभी डॉक्टर दंपत्ति को जप्त होने की सूरत में नजर नहीं आ रही है। क्योंकि व्यापारियों में एफआईआर दर्ज करा दी है। उन्होंने बाजार के नियमों के हिसाब से रजिस्टर्ड फॉर्म से चांदी खरीदी है। चांदी चोरी की होगी, यह उन्हें कैसे पता पता होगा। ऐसे में इस चांदी के रिलीज होने में भी कई पचडे हैं।