झालावाड़ से हरिमोहन चोडॉवत
कोरोना काल में आम लोगों की जिंदगी पर तो असर पड़ा ही है बल्कि उन कलाकारों पर तो अच्छा खासा असर पड़ा है जो अपने लोक कलाओं के जरिए अपनी रोजी-रोटी कमाते थे राजस्थान दिवस के अवसर पर छबड़ा से आए कलाकारों ने गागरोन फोर्ड के पास नदी किनारे 1 साल बाद अपनी कला का प्रदर्शन कर सबका मन मोह लिया। साथ ही उनका दर्द भी झलक गया की किस तरह राजस्थान दिवस पर आज उनको साल भर के बाद काम करने का मौका मिला पहली बार रोजगार मिला। पहले इन कलाकारों को कभी काम की कमी नही रहती थी और देश के कोने कोने में जाकर यह अपनी कला के माध्यम से राजस्थान का नाम ऊँचा करते थे । छबड़ा के ये कलाकर अपनी भवाई नृत्य चकरी नृत्य चरी नृत्य कालबेलिया नृत्य से पारंगत है ओर देश मे कोने कोने में अपनी कला दिखाते है। आज जब मीडियाकर्मियों ने जब इनसे बात की तो इनका दर्द झलक आया की किस तरह ये बेरोजगार बेठे थे आज राजस्थान दिवस पर इंनको आज कार्य करने का मौका मिला जिससे यह राजस्थान सरकार का शुक्रिया भी करते है।
0 टिप्पणियाँ