जयपुर से प्रीति दादूपंथी की खबर


जयपुर। शुक्रवार को अभिभावक एकता आंदोलन राजस्थान की ओर से प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में आंदोलन के संयोजक मनीष विजयवर्गीय ने स्कूलों में फीस वृद्धि को लेकर पत्रकारों से रूबरू हुए।


मनीष विजयवर्गीय ने कहा जयपुर के शीर्ष के विस्तृत सेंट जेवियर स्कूल में बच्चों की फीस जमा नहीं होने पर स्कूल प्रशासन ने परीक्षा परिणाम रोक दिया। उन्होंने माननीय मुख्यमंत्री जी एवं शिक्षा मंत्री जी से मांग की की वे अभिभावकों पर एवं विद्यार्थियों पर अनैतिक दबाव डाले जाने एवं माननीय सुप्रीम कोर्ट की अवमानना करने वाले निजी स्कूलों पर तुरंत कार्रवाई करते हुए लगाम लगाये जाए। 


मनीष विजयवर्गीय ने कहा कि हमने तो 3 मार्च को प्रोग्रेसिव स्कूल एसोसिएशन के अध्यक्ष संदीप बक्शी एवं प्रवक्ता अमित सोगानी को पत्र लिखकर संवाद से समाधान की विनम्र अपील कर मिलने का समय मांगा था दुख दुख इस बात का है कि उसे नजरअंदाज किया गया। स्कूल एसोसिएशन सदस्यों द्वारा पुलिस कमिश्नर से मिलकर अभिभावकों को असामाजिक तत्व बताना शर्मनाक है,  यदि आरोप सही है तो ऐसे लोगों को सजा मिलनी चाहिए और यदि आरोप गलत है तो स्कूल एसोसिएशन माफी मांगे। यह लाखों अभिभावकों की मानहानि का मामला है, असामाजिक शब्द के प्रयोग पर प्रदेश के लाखों अभिभावकों में रोष है। अभिभावक एकता आंदोलन इस पर अपना विरोध दर्ज करवाता है।

इस अवसर पर समाधान समिति के सह संयोजक दीपक पंवार ने कहा  कि हम संवाद से समाधान के पक्षधर हैं। अभिभावकों की स्कूल नहीं सुनता तो वह आंदोलन की हेल्पलाइन पर कॉल करते हैं। मदद मांगे जाने पर आंदोलन का प्रतिनिधिमंडल स्कूल जाता है और प्राचार्य से मिलने का निवेदन भेजा जाता है। इसी क्रम में कपिल ज्ञानपीठ, माहेश्वरी पब्लिक स्कूल, अग्रसेन स्कूल में समाधान हुए। लेकिन सोफिया स्कूल एवं सेंट जेवियर स्कूल ने हठधर्मिता के चलते द्वार नहीं खोलें और वहां पर अभिभावकों ने अपना विरोध प्रदर्शन किया। हम प्रोग्रेसिव स्कूल एसोसिएशन से जुड़े एवं अन्य सभी निजी स्कूल प्रबंधकों से अपील करते हैं कि बे स्कूल के द्वार के साथ साथ अपने मन के द्वार भी खोलें तो समाधान सुनिश्चित है।