अजमेर से नवीन वैष्णव की खबर।।।

अजमेर। कुख्यात गैंगस्टर विक्रम गुर्जर उर्फ पपला गुर्जर के पिता मनोहर लाल ने अजमेर जेल में पपला से मुलाकात की। मनोहर लाल ने बताया कि हाई सिक्योरिटी जेल में उसके बेटे को जान का खतरा है। साथ ही जेल प्रबंधन पर यातनाएं देने का भी आरोप जड़ा है। उन्होंने कहा कि जेल मेन्यूअल के अनुसार ना तो पपला का इलाज करवाया जा रहा है ।और ना ही उसे नियत समय के अनुसार मुलाकात करवाई गई। मनोहर लाल ने कहा कि पपला उन्हें देखते ही भावुक हो गया। पपला से उनकी बातचीत हुई । जिसमें उसने कहा कि उसके पेट व घुटने में दर्द है । इससे उसे खतरा है कि उसके घाव के कारण कहीं उसकी जान नहीं चली जाए। उसने न्यायालय में प्रार्थना पत्र लगवाकर जेल बदलवाने की मांग की। केवल 5 मिनट मुलाकात करवाई। मनोहर लाल की मानें तो जेल में सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन के अनुसार पन्द्रह मिनट मिलवाने का समय निर्धारित है। लेकिन उन्हें केवल मात्र पांच मिनट का समय दिया जिसमें वह पूरी बात भी नहीं कर सका। उसने यहां तक कहा कि देश की तिहाड़ जेल में भले ही उसे शिफ्ट कर दिया जाए। लेकिन यहां से किसी भी तरह निकाल लिया जाए नहीं तो वह मर जाएगा। पपला गुर्जर के वकील गोविन्द रावत ने कहा कि न्यायालय के समक्ष जेल बदलने की मांग की जाएगी। उन्होंने कहा कि जेल प्रबंधन सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन की भी पालना नहीं करके पपला को यातनाएं दे रहे हैं। इस संबंध में भी न्यायालय को अवगत करवाया जाएगा।

पपला गुर्जर ने बहरोड़ थाने में जब्त उसके 31 लाख रुपए और स्कॉर्पियो को छुड़वाने के लिए वकील से प्रार्थना पत्र न्यायालय में लगवाने की बात अपने पिता को कही। साथ ही अपने किए पर पछतावा होने को भी कहा। मनोहर लाल ने कहा कि उसने अब इस जुर्म की दुनिया से तौबा करने की बात भी कही है।

वहीं इस संबंध में जब जेल अधीक्षक प्रीति चौधरी से बातचीत की गई तो उन्होंने कहा कि एक कैदी को जेल मैनुअल के अनुसार जो दिया जाना चाहिए, वह सब पपला को भी दिया जा रहा है। वहीं उपचार को लेकर जहां तक है रोजाना जेल की चिकित्सकीय टीम से परीक्षण करवाया जा रहा है।