करौली अवनीश पाराशर

करौली जिले के उपखंड मंडरायल के गांव श्यामपुरा निवासी ट्रैक्टर चालक विजय सिंह गुर्जर की पुलिसकर्मियों द्वारा मारपीट के बाद हुई मौत पर गरमाई सियासत आखिर पांचवे दिन शांत हो पाई। पांच दिन तक चले धरने मे मृतक के परिजनों ग्रामीणों और राज सभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा,गुर्जर नेता विजय बैंसला, सांसद मनोज राजोरिया के नेतृत्व में 4 सूत्री मांगों को लेकर दिए जा रहा धरना समाप्त हो गया।और आखिर मे सरकार को धरणार्थियों के सामने पांचवे दिन झुकना पड़ा और सरकार ने सभी मांगों पर सहमति जताते हुए राहत की सांस ली।


पांचवें दिन जिला कलेक्टर सिद्धार्थ सिहाग और पुलिस अधीक्षक मृदुल कच्छावा के साथ धरणार्थियों के प्रतिनिधि मंडल की वार्ता हुई जिसमें मृतक विजय सिंह गुर्जर की पत्नी को 60 वर्ष की उम्र तक 23000 रुपए मासिक होमगार्ड की सरकारी नौकरी,5 लाख रुपए का आर्थिक पैकेज, पीड़ित परिवार को पीएम आवास योजना, खाद्य सुरक्षा योजना, पालनहार योजना, सहित राज्य और केंद्र सरकार की सभी सरकारी योजनाओं का लाभ देने दोषी पुलिसकर्मियों को निलंबित करने के साथ जांच होने के बाद धारा 302 में चालान पेश करने की मांगो पर सहमति बनी।

सुबह जिला प्रशासन द्वारा मृतक विजय सिंह गुर्जर के शव का 5 दिन बाद जिला अस्पताल की मोर्चरी में पांच सदस्यीय मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम की कार्रवाई कराने के बाद शव को डी फ्रीजर में रखवा दिया गया। जिसके बाद शाम को जिला प्रशासन से प्रतिनिधि मंडल की वार्ता हुई प्रतिनिधि मंडल की वार्ता सकारात्मक होने के बाद देर शाम शव को मृतक के गांव में ले जाया गया जहां पर शव का अंतिम संस्कार किया गया।