ब्यूरो रिपोर्ट!


कोरोना महामारी के प्रति हमारी ओर से बरती जा रही लापरवाही ने एक बार फिर से हमें खतरनाक स्थिति में ला दिया है।  होली के त्योहार से ठीक पहले हम फिर से संक्रमण के दौर में पहुंच गए हैं। शुक्रवार और शनिवार को सामने आए कोरोना के आकंड़े यही साबित कर रहे हैं। शुक्रवार को जहां प्रदेश में 853 रोगी मिले थे वहीं शनिवार को भी ये ही स्थिति बरकरार रही और 852 केस सामने आए। चिकित्सा विभाग के अनुसार राजस्थान प्रदेश के 33 जिलों में से 30 जिलों में फिर से पॉजिटिव केस की संख्या बढ़ रही है। सिर्फ 3 जिले बाकी रहे हैं धौलपुर, जैसलमेर और राजधानी जयपुर के समीप स्थित दौसा। लेकिन जिस तरह से पॉजिटिव केस की रफ्तार बढ़ रही है, उसे देखते हुए यह कहा जा सकता है कि यह 3 जिले भी अछूते नहीं रहेंगे । 


नए साल की शुरुआत के साथ हुई पॉजिटिव मामलों की कमी के चलते यह माना जा रहा था कि कोरोना विदाई ले लेगा और इसी सोच ने हमें लापरवाही बरतने की ओर अग्रसर कर दिया। नतीजा यह है कि पिछले साल की तरह वही मार्च का महीना है और लगभग वैसी ही स्थितियां सामने नजर आ रही है। सही मायने में देखा जाए तो वैक्सीन आने के बाद आम जनता में यह लापरवाही ज्यादा बढ़ी है। ज्यादातर लोग मानते हैं कि अब वैक्सीन लगा ली तो कोरोना का खतरा टल गया लेकिन उनकी यह सोच चिकित्सकों की राय में बेमानी है। विशेषज्ञों के अनुसार वैक्सीन लगाने के बाद भी लापरवाही बरतने पर कई केस ऐसे आए हैं जिनमें यह वायरस पॉजिटिव पाया गया है। हाथ मिलाना, गले लगना, भीड़ में जाना और मास्क नहीं लगाना इस बीमारी को न्योता देने के बराबर है। राजकाज न्यूज़ की ओर से अपील है कि आमजन इस खतरनाक बीमारी के बारे में सतर्क रहें। लापरवाही नहीं बरतें अन्यथा इसके गंभीर परिणाम भुगतने पड़ेंगे। आपको बता दें कि परिवार का एक भी सदस्य संक्रमित होने पर उसका खामियाजा पूरे परिवार को भुगतना पड़ता है। इसलिए सावधान रहें सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें। घर से बाहर निकलने पर  हमेशा मास्क लगाएं ।  बार बार हाथ धोने के साथ ही सेनीटाइजर का उपयोग भी समय-समय पर करते रहें।