करौली ब्यूरो रिपोर्ट।
शिक्षा विभाग और पीरामल फाउंडेशन व आंगन के संयुक्त तत्वावधान मे जिला परिषद के सभागार में ’’हमारे बच्चे, हमारे जिम्मेदारी’’ पर पीईईओ, यूसीईओ और मॉडल विद्यालय के प्रधानाचार्य के साथ एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसमें शिक्षकों को हमारे बच्चे, हमारी जिम्मेदारी अभियान पर विस्तृत जानकारी दी गई। इस कार्यक्रम का उद्देश्य का विद्यालय से बाहर रह गए बच्चों को विद्यालय से जोड़ना है। जिससे बच्चा सुरक्षित रहें। साथ ही बच्चों की शिक्षा प्रभावित न हो। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर सर्वेश कुमार, मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी थे। उन्होंने बाल सुरक्षा के लिए विभिन्न सुझाव दिए। साथ ही बाल अपराध के विभिन्न पहलुओं पर बात कहीं। आंगन के प्रतिनिधियों ने बाल सुरक्षा के महत्व पर विस्तृत चर्चा की। पीईईओ यूसीईओ और मॉडल विद्यालय के प्रधानाचार्य को किस तरह से बच्चों को सुरक्षित कर सकते हैं, विद्यालय से कैसे जोड़ सकते हैं। इन्हें मास्टर ट्रेनर के तौर पर तैयार किया गया है। सभी मास्टर ट्रेनरों को एक मॉड्यूल प्रदान किया गया। जिसमें इस अभियान से संबंधित सभी रूप रेखाएँ प्रदान की गई साथ ही बच्चों का अधिगम को बढ़ाने के लिए रीड एलौंग के बारे में बताया गया। जिससे बच्चे मोबाइल के माध्यम से अपनी लर्निंग बढ़ा सकें और उनकी किताबें पढ़ने की दक्षता विकसित हो सकें। आप भी रीड एलौंग से अपने बच्चों की दक्षता विकसित कर सकते हैं। पीरामल फाउंडेशन के प्रतिनिधि के तौर पर भार्गव पारेख, श्याम शर्मा, गोपाल सिंह, मुकेश शर्मा, सत्यम पांडेय, मूलचंद मीना, निधि मिश्रा, श्वेता वर्मा आदि उपस्थित थे।