करौली-विनोद कुमार जांगिड़।
करौली के सपोटरा उपखंड मुख्यालय स्थित नारौली डांग मोड पर मंगलवार को नाली खुदाई के दौरान जेसीबी की चपेट में आए शिव मंदिर के भर भराकर गिरने के बाद मलबे में दबने से एक महिला की हुई मौत के बाद बुधवार को नाराज सर्व समाज और भाजपाई महिला के शव को लेकर मृतका के घर के बाहर धरने पर बैठ गए हैं। और मृतका के आश्रित को 50 लाख रूपये का मुआवजा देने, सरकारी नौकरी देने के साथ 5 सूत्रीय मांगो पर अड़े गये। जिसके बाद धरना स्थल पर पहुंचे राज्यसभा सांसद डॉ किरोड़ी लाल ने प्रशासन के अधिकारियों से वार्ता कर धरने को समाप्त कराया। वार्ता में सहमति बनने के बाद 24 घंटे बाद महिला का अंतिम संस्कार किया गया। दरअसल मंगलवार को नाली खुदाई के दौरान जेसीबी मशीन की चपेट में आने से शिव मंदिर ढह गया था। जिसमें मंदिर के अंदर पूजा कर रही दो महिलाएं और एक पुरुष घायल हो गया था। गंभीर रूप से घायल दो महिलाओं को जयपुर रेफर किया गया था लेकिन रास्ते में ही घायल महिला सीमा देवी पत्नी शिवजी गुप्ता की मौत हो गई थी। जिसके बाद शव सपोटरा कस्बे मे पहुंचा तो आक्रोशित सर्व समाज के लोग और भाजपाई शव को लेकर मृतका के घर के बाहर धरने पर बैठ गए हैं। और 5 सूत्रीय मांग पूरी नहीं होने तक धरने पर से उठने से साफ मना कर दिया है। धरना की सूचना मिलने के बाद राज्यसभा सांसद डॉ किरोड़ी लाल मीणा सपोटरा पहुंचे और धरना दे रहे लोगों से मांगों को लेकर जानकारी ली खैर जिला प्रशासन के अधिकारियों से वार्ता कर धरने को समाप्त कराया जिसके बाद महिला के अंतिम संस्कार किया गया।

इन मांगो पर बनी सहमति।

राज सभा सांसद डॉक्टर किरोड़ी लाल मीणा ने बताया कि मृतक के परिजनों और सर्व समाज के लोगों ने आश्रितों को 50 लाख रूपये का मुआवजा देने आश्रित परिजन को सरकारी नौकरी देने सहित पांच सूत्रीय मांग की थी। जिसके बाद जिला प्रशासन के अधिकारी अतिरिक्त जिला कलेक्टर मुरलीधर प्रतिहार और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुरेश जैफ सहित अन्य अधिकारियों के साथ 11 सदस्य प्रतिनिधि मंडल ने वार्ता की। जिसमें जिला प्रशासन द्वारा 10 लाख रुपए देने और भारतीय जनता पार्टी द्वारा 11 लाख रूपये देने यानी की कुल 21 लाख रूपये की आर्थिक सहायता देने और मृतक के परिजन को संविदा पर नौकरी देने के साथ शिव मंदिर का दोबारा से निर्माण करवाने और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने पर सहमति बनी है।